एमबीबीएस की बढ़ी फीस वापस लें सरकार : जुगरान
उत्तराखंड सरकार द्वारा एमबीबीएस की फीस ढाई सौ से तीन सौ गुना बढ़ाये जाने पर निजी मेडिकल विश्वविद्यालय संयुक्त अभिभावक संघ पूरी तरह नाराज है। संघ के मुख्य संरक्षक रविंद्र जुगरान ने इस फीस को गैर कानूनी और असंवैधानिक बताते हुए तुरंत वापस लेने की मांग की है। प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए आंदोलनकारी नेता रविंद्र जुगरान ने कहा कि वह इस शुल्क वापस कराकर ही रहेंगे। श्री जुगरान ने कहा कि जिन विद्यार्थियों को राज्य कोटे से चार लाख रुपये प्रतिवर्ष देने थे अब उन्हें दस लाख रुपये प्रतिवर्ष देने होंगे। इसी तरह ऑल इंडिया कोटे के जिन विद्यार्थियों को पांच लाख रुपये देने थे अब उन्हें 15 लाख रुपये देने होंगे, जो सरासर लूट है।
रविंद्र जुगरान ने राज्य में शुल्क नियामक समिति को दोषपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय ने भी अपने निर्णय में अध्यक्ष पद पर मनमाने तरीके से नियुक्ति का आरोप सही माना तथा अध्यक्ष पद को निरस्त कर दिया था। अब तक नई समिति गठित नहीं हुई है, ऐसे में शुल्क बढ़ोतरी पूरी तरह असंवैधानिक है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि सरकार उक्त समिति में अभिभावक संघ के एक प्रतिनिधि को नामित करें ताकि उनकी निरंकुशता पर अंकुश रखा जा सके। पत्रकार वार्ता में श्री जुगरान के साथ जगदीशचंद्र अंथवाल, नेत्र सिंह चौहान, धनंजय बिड़ला, उमा पाटनी सहित कई लोग उपस्थित थे।
रविंद्र जुगरान ने राज्य में शुल्क नियामक समिति को दोषपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय ने भी अपने निर्णय में अध्यक्ष पद पर मनमाने तरीके से नियुक्ति का आरोप सही माना तथा अध्यक्ष पद को निरस्त कर दिया था। अब तक नई समिति गठित नहीं हुई है, ऐसे में शुल्क बढ़ोतरी पूरी तरह असंवैधानिक है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि सरकार उक्त समिति में अभिभावक संघ के एक प्रतिनिधि को नामित करें ताकि उनकी निरंकुशता पर अंकुश रखा जा सके। पत्रकार वार्ता में श्री जुगरान के साथ जगदीशचंद्र अंथवाल, नेत्र सिंह चौहान, धनंजय बिड़ला, उमा पाटनी सहित कई लोग उपस्थित थे।
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