द्वार वेध से आपको हो सकता है भारी नुकसान !
यदि भवन / दुकान के मुख्य द्वार के आगे कोई बाधा होती है तो उसे द्वारवेध की संज्ञा दी जाती है । मुख्य द्वार के आगे कोई भी द्वार वेध नहीं होना चाहिए लेकिन यदि द्वार वेध भवन की ऊँचाई से दो गुना दूरी पर स्थित हो तो वह दोष प्रभावी नहीं माना जाता है। मुख्य द्वार के आगे खम्बा, बड़ा पेड़, कोई मशीन, बिजली का ट्रांसफार्मर, सीढ़ी, गंदगी का ढेर, गड्ढा, कीचड़, कोई अन्य द्वार आदि द्वार वेध कहलाते है । भवन के आगे किसी भी प्रकार के द्वार वेध का अवश्य ही उपाय करना चाहिए ।
द्वारवेध दोष क्या है और इसके दुष्परिणाम
- मुख्य द्वार के आगे यदि कोई मार्ग समाप्त होता है तो वह भी द्वार वेध कहलाता है। यह भवन के मुखिया के लिए बहुत ही हानिकारक होता है।
- मुख्य द्वार के आगे गन्दगी के ढेर, कीचड़ का होना भी द्वार वेध होता है। यह चिंता और शोक बढ़ाती है।
- मुख्य द्वार के सामने कुंआ, गहरा गड्ढा होना भी द्वार वेध होता है। इससे भवन के निवासियों को नाना प्रकार के रोगो का सामना करना पड़ सकता है।आगे पढ़ें
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