उत्तराखंड़ में भारी बारिश से चारों तरह तबाही का मंजर, खतरे के निशान पर पहुंची गंगा…..
उत्तराखंड में भारी बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। भारी बारिश से आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है जहां एक तरफ बारिश के कारण मैदानी ईलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो रहे है तो वही पहाड़ों में बादल फटने से तबाही मची हुई है। देर रात भारी बारिश के कारण रुद्रप्रयाग जिले के तोशी गांव में बादल फटने बादल फटने से ग्रामीणों का काफी नुकसान हो गया है। इस तबाही में तीन पैदल पुल बह गए। साथ ही कई जगह पर पानी की लाइनें भी बह गईं। इसके साथ ही कई जगह पर गौशाला भी टूट गई है।
वहीं, लगातार बारिश के कारण हरिद्वार में भी गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। यह स्तर सुबह 293.10 मीटर पर पहुंच गया, जो चेतावनी रेखा 293 मीटर से ऊपर पहुच गया है। इसको देखते हुए गंगा के तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी संबंधित उप जिलाधिकारियों को गंगा के तटवर्ती इलाकों में जाकर जरूरी इंतजाम करने का निर्देश जारी किया गया है। सुबह आठ बजे जलस्तर और बढ़कर 293.25 मीटर हो गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने सभी को अलर्ट करते हुए तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी गई है। गंगा किनारे बसे लोगों को भी अलर्ट रहने के लिए कहा है। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि 25 अगस्त तक प्रदेश के लगभग सभी इलाकों में भारी बारिश होने का अनुमान है। विशेषकर राजधानी देहरादून, हरिद्वार पौड़ी, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर और चंपावत जिलों में बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसको देखते हुए मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, शासन ने बुधवार को ही सभी जिलाधिकारियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दे दिए थे। आपदा परिचालन केंद्र ने उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही रोकने, रात आठ बजे से सुबह पांच बजे के दौरान आपातकालीन वाहनों को छोड़कर अन्य का संचालन बंद करने और एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों को तैयार रहने के भी निर्देश दिए गए हैं।
No comments:
Post a Comment